डेढ़ माह बाद भी नहीं ठीक हो पाई डुंगरालेटी गांव में पानी की आपूर्ति, ग्रामीणों में गुस्सा
लोहाघाट : नेपाल सीमा से लगे डुंगरालेटी गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। गुुरुवार को ग्रामीणों ने जल संस्थान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जन भावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। कहा कि शीघ्र पेयजल की सुचारू आपूर्ति नहीं की गई तो ग्रामीण विभागीय कार्यालय में तालाबंदी करने को मजबूर हो जाएंगे।ग्रामीणों का कहना था कि गत अक्टूबर माह में हुई अतिवृष्टि के कारण गांव की पेयजल लाइन ध्वस्त हो गई थी। डेढ़ माह से भी अधिक का समय बीत गया है, लेकिन लाइन की मरम्मत अभी तक नहीं हो पाई है। कहा कि ग्रामीण दो किमी दूर से पानी ढोकर अपनी तथा मवेशियों की प्यास बुझा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों का पूरा समय पानी ढोने में व्यतीत हो रहा है।
ग्रामीणों ने जन समस्या सुनने गांव पहुंचे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हिमेश कलखुडिय़ा के सम्मुख भी पेयजल समस्या रखी।कहा कि कई बार विभागीय अधिकारियों को समस्या से अवगत करा दिया गया है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बताया कि लगातार भीड़ बढऩे से नौलों का पानी भी कम पडऩे लगा है। कहा कि शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो लोग खाली बर्तनों के साथ जल संस्थान कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में किशन सिंह, सुरेश कलौनी, भीम चंद्र, कल्याण सिंह, त्रिलोचन, सूरज चंद, रतन सिंह, पुष्कर सिंह, उमेश आदि शामिल रहे।
सहायक अभियंता पवन बिष्ट ने बताया कि डुंगरालेटी गांव के लिए बनी पेयजल योजना अक्टूबर माह में आपदा से क्षतिग्रस्त हो गई थी। एक योजना की लाइन दुरूस्त कर पानी की आपूर्ति कर दी गई है। दूसरी लाइन की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। लंबी लाइन होने से मरम्मत के कार्य में समय लग रहा है। अगले कुछ दिनों में पेयजल की आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।