नई दिल्ली। जल्द ट्रेन की टिकट 15 फीसदी तक सस्ती हो सकती है। इससे रेल यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल पिछले हफ्ते, भारतीय रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को रेगुलर बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी, यानी सामान्य यात्री ट्रेन संचालन को फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया। देश में महामारी का प्रकोप कम होने के बाद ट्रेनों के रेगुलर होने से किराए में कमी आएगी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, कोरोना महामारी के दौरान शुरू की गई विशेष ट्रेनों को सामान्य ट्रेन सेवाओं से बदल दिया गया है। इसकी वजह से यात्री किराए में लगभग 15 फीसदी की कमी आएगी। लगभग 1700 ट्रेनों में, जिन्हें विशेष का टैग दिया गया था, आने वाले दिनों में किराए में कमी देखी जाएगी।
मालूम हो कि चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के जरिए 1180.19 मिलियन यात्रियों ने सफर किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान यह आंकड़ा 69.88 मिलियन था। चालू वित्त वर्ष में सितंबर तक भारतीय रेलवे ने यात्री किराए से 15,434.18 करोड़ रुपये की कमाई की। वहीं पिछले साल सितंबर 2020 तक रेलवे ने यात्री किराए से 1,258.74 करोड़ रुपये कमाए थे। यह महामारी से पहले की अवधि की तुलना में बहुत कम है। 2019-20 में रेलवे से 4,173.52 मिलियन यात्रियों ने सफर किया और सितंबर 2019 तक 26,642.73 करोड़ रुपये कमाए थे।
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने अन्य सभी उपायों को जारी रखा है। इनमें ट्रेनों में पका हुआ खाना नहीं परोसना और प्लेटफॉर्म टिकट के लिए उच्च दरें शामिल हैं। प्लेटफॉर्म टिकट की उच्च दरों का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को रोकना है। इस पर अधिकारी ने कहा कि, कोरोना महामारी अब भी है, ऐसे में हम टिकटों की ओवर-द-काउंटर बिक्री या पका हुआ खाना परोसने की अनुमति नहीं देना जारी रखेंगे।