संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के समक्ष खतरा टला, मिस्ट्री मैन ने शांतिपूर्वक आत्मसमर्पण किया
संयुक्त राष्ट्र । संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय परिसर के सामने उस समय हडक़ंप मच गया, जब एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति वहां अपने गले में बंदूक लगाकर खड़ा हो गया। हालांकि बाद में, उसने पुलिस के सामने शांतिपूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया। महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि घटना शांतिपूर्वक समाप्त हुई और न्यूयॉर्क पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। वह व्यक्ति फ्लोरिडा से था और पुलिस के अनुसार उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उसने कोई राजनीतिक मांग नहीं की या नारे नहीं लगाए। न्यूयॉर्क के प्रथम उप पुलिस आयुक्त बेंजामिन टकर ने गतिरोध स्थल के पास एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह उसके लिए ध्यान आकर्षित करने का एक अवसर था और यह काम कर गया।
उन्होंने कहा कि यह कोई आतंकवादी घटना नहीं थी और पुलिस को उसकी कार्रवाई का कोई ठोस कारण नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ बातचीत के दौरान वह व्यक्ति चाहता था कि कुछ कागजात संयुक्त राष्ट्र को सौंपे जाएं और जब उसे आश्वासन दिया गया कि यह किया जाएगा, तो उसने अपनी बन्दूक रख दी और आत्मसमर्पण कर दिया।
टकर ने कहा कि दस्तावेजों की समीक्षा से पता चला है कि वे ज्यादातर मेडिकल पेपर थे और उनका कोई विशिष्ट अर्थ नहीं था या वह आतंकवाद से संबंधित नहीं था। उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति ने अपने गले पर बंदूक तान दी और कभी भी पुलिस पर बंदूक का निशाना नहीं लगाया। टकर ने कहा कि पुलिस ने कहा कि बम दस्ते ने होटल के कमरे और उसके पिकअप ट्रक की जांच की, लेकिन कुछ भी खतरनाक नहीं मिला।
पुलिस ने व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया है।
उसने संयुक्त राष्ट्र परिसर में घुसने या किसी को धमकाने की कोशिश नहीं की।
तुरंत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा कर्मियों ने एक लॉकडाउन का आदेश दिया और कर्मचारियों, राजनयिकों और पत्रकारों को जगह पर रहने के लिए कहा।
पुलिस ने पहुंचकर इलाके को बंद कर दिया।
एक टैंक जैसा ब़ख्तरबंद पुलिस वाहन लाया गया और एक पुलिस वार्ताकार ने उस व्यक्ति से बात की।
टकर ने कहा कि वातार्कार से कहा कि अगर पुलिस उसके दस्तावेज लेकर संयुक्त राष्ट्र को देगी तो वह अपनी बंदूक नीचे रख देगा।
वातार्कार के सहमत होने पर उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने कहा, जिस तरह से स्थिति को संभाला गया, वह मुझे गौरवान्वित करता है।
लॉकडाउन के दौरान संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के अंदर आईएएनएस कार्यालय डेस्क पहुंचा नहीं जा सका।
गतिरोध के दौरान संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से आईएएनएस संवाददाता के अपार्टमेंट परिसर के रास्ते को पुलिस ने बंद कर दिया था।