ब्रह्माकुमारी की रैली का टिहरी में किया स्वागत
नई टिहरी। आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर ब्रह्माकुमारी की विभिन्न राज्यों से होकर निकाली गई रैली का टिहरी मुख्यालय पहुंचने पर विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया गया। प्रेस क्लब में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें आजादी के लिए शहीद हुये वीरों को याद कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर गोष्ठी में वक्ताओं ने स्व सशक्तिकरण से राष्ट्र सशक्तिकरण विषय पर चर्चा करने के साथ कहा कि साहित्य से समाज बनता है। मनुष्य के मन को प्रभावित करने में साहित्य की सबसे बड़ी भूमिका होती है। वर्तमान समाज को बदलने के लिए अच्छे साहित्य की जरूरत है। सुरक्षा सेवा प्रभाग ब्रह्माकुमारी मुख्यालय माउंट आबू की ओर से रैली विभिन्न राज्यों से होकर निकाली गई है। रैली के यहां पहुंचने पर बौराड़ी, नई टिहरी, बादशाहीथौल और चंबा में स्वागत किया गया। रैली अभियान में आए बीके रोहतास ने बताया कि सात नवंबर को यह रैली दिल्ली से अलग-अलग राज्यों के लिए शुरू हुई थी।
प्रेस क्लब सभागार में आयोजित गोष्ठी में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। रैली आयोजन के उद्दश्यों की जानकारी भी दी। स्व सशक्तिकरण से राष्ट्र सशक्तिकरण विषय पर आयोजित गोष्ठी में ब्रह्माकुमारीज गढ़वाल क्षेत्र के निदेशक मेहर चंद ने कहा कि सेवा सिर्फ दिखावे के लिए नहीं होनी चाहिए। सेवा दिल से होनी चाहिए। चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा वर्तमान साहित्य में मिलावट होने के कारण बच्चों का चरित्र निर्माण नहीं हो पा रहा है। क्योंकि साहित्य समाज को गढ़ने का काम करता है। इसलिए समाज को बदलने के लिए अच्छे साहित्य की जरूरत है। दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने तनाव मुक्ति के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि दुनिया को बदलना हर कोई चाहता है, लेकिन खुद को बदलना कोई नहीं चाहता है। बाहर की स्वच्छता से पहले मन की स्वच्छता जरूरी है। मन की गांठे ही दिल में गांठे उत्पन्न करती है। मन साफ होगा तो आसपास कोई बीमारी नहीं फटकेगी। इस मौके पर बीके अनीता, अनुसूया नौटियाल, जीतराम भट्ट, व्यापार मंडलध्यक्ष ज्योति डोभाल, महामंत्री अजय गुप्ता, सुषमा उनियाल, हरिकृष्ण लांबा, कुंभी बाला भट्ट, देवेंद्र गुनसोला, गीता चौहान, दीप्ति नेगी आदि उपस्थित रहे।