देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। रविवार को आई 159 सैंपलों की जीनोम सीक्वेसिंग रिपोर्ट में से 54 प्रतिशत सैंपल ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। जिसके साथ ही राज्य में ओमिक्रॉन से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या अभी 93 पहुंच गई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि रविवार को दून मेडिकल कॉलेज से 159 कोरोना पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेसिंग रिपोर्ट मिली।
उन्होंने बताया कि 159 सैंपलों में से 85 में ओमिक्रॉन वेरिएंट का संक्रमण पाया गया है। राज्य में इससे पहले ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हुए मरीजों की संख्या आठ थी जो अब बढ़कर 93 हो गई है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि एक लॉट में 54 प्रतिशत सैंपल ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने से साफ है कि वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है।
लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन वैरिएंट के हल्के लक्षण ही मरीजों पर दिख रहे हैं जबकि अधिकांश मरीजों में तो लक्षण भी नहीं हैं। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बावजूद अभी राज्य के अस्पतालों में सीमित मात्रा में ही कोरोना के मरीज पहुंच रहे हैं।
चिंता की बात है कि कोरोना की तीसरी लहर में दूसरी लहर के मुकाबले मरीजों की संख्या दोगुना गति से बढ़ रही है। दूसरी लहर के दौरान मरीजों की संख्या प्रतिदिन दो हजार के आंकड़े तक पहुंचने में एक महीने का समय लगा था। जबकि तीसरी लहर में प्रतिदिन चार हजार का आंकड़ा 15 दिन में ही पहुंच गया है। उत्तराखंड राज्य में कोरोना की तीसरी लहर मोटे तौर पर इस साल पहली जनवरी से शुरू हुई।
उत्तराखंड में अभी तक 15 दिन में ही मरीजों की संख्या प्रतिदिन चार हजार के आंकड़े के करीब पहुंच गई है। शनिवार को 3848 नए मरीज पॉजिटिव मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या तीन लाख 67 हजार से अधिक हो गई है, जबकि दो संक्रमितों की मौत के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 7440 पहुंच गया है। उत्तराखंड में एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़कर 14 हजार 892 हो गई है।