देहरादून। निर्माणाधीन ल्वाणी-कांडेई लगा ताजपुर सड़क का मलबा डंपिंग जोन के बजाय वन पंचायत की भूमि पर डाला जा रहा है जिससे वन पंचायत की भूमि और 300 बांज व बुरांश के पेड़ों को नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची टीम को जांच में कई अनियमितताएं मिलीं। वन विभाग ने संबंधित कार्यदायी संस्था पर 75 हजार का जुर्माना लगाया।
एनपीसीसी (नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड) की ओर से पांच किलोमीटर ल्वाणी-कांडेई लगा ताजपुर सड़क की कटिंग की जा रही है। ग्रामीणों ने मानक के अनुरूप सड़क नहीं कटने, मलबा वन पंचायत की भूमि में डालने और हरे पेड़ों को नुकसान होने की कई बार प्रशासन व वन विभाग से शिकायत की। बताया गया कि सड़क मानक के अनुरूप नहीं काटी गई व मलबे से बांज व बुरांश के हरे पेड़ों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों की शिकायत परप्रमुख डॉ. दर्शन दानू, नायब तहसीलदार, वन विभाग के डिप्टी रेंजर, ल्वाणी प्रधान प्रद्युम्न बिष्ट, ताजपुर प्रधान सुरेंद्र सिंह, पटवारी प्रमोद नेगी ने कार्यदायी संस्था के एई अभिषेक के साथ इस सड़क का निरीक्षण किया। अधिकारियों को निरीक्षण में तमाम अनियमितता मिली हैं। नायब तहसीलदार अर्जुन बिष्ट ने कहा कि मलबा डंपिंग जोन में नहीं डाला गया है और सड़क लेबल पर नहीं काटी गई है। वन विभाग के डिप्टी रेंजर टीएस बिष्ट ने कहा कि कार्यदायी संस्था की ओर से मलबा डंपिंग जोन में न डालने से 300 पेड़ों और वन पंचायत की भूमि को नुकसान पहुंचा है। संबंधित कार्यदायी संस्था पर 75 हजार का जुर्माना लगाया गया है।