होम लोन लेने में क्यों महत्वपूर्ण है क्रेडिट स्कोरः नीरज धवन
देहादून। क्रेडिट स्कोर एक 3 डिजिट नंबर है जो दर्शाता है कि किसी उपभोक्ता के कर्ज के लिए आवेदन को स्वीकार किए जाने की कितनी संभावना है। किसी को पैसा उधार देने के लिए सहमत होने से पहले कर्जदाता, उधारकर्ता की कर्ज चुका देने की क्षमता का मूल्यांकन करना चाहेगा। ऐसा करने के लिए, कर्जदाता क्रेडिट स्कोर देखते हैं, जो एक्सपीरियन से क्रेडिट ब्यूरो द्वारा प्रदान किया जाता है। क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। 900 उच्चतम स्कोर है। क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा, लेंडर्स के कर्ज को मंजूरी देने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। जिन उपभोक्ताओं का क्रेडिट स्कोर अधिक होता है, उनके डिफॉल्टर होने की संभावना कम होती है और इस तरह लेंडर्स के लिए पैसा खोने का जोखिम कम होता है; कम रिस्क होने से ब्याज की दरें कम होने की उम्मीद होती है। ओवरटाइम डिसीप्लीन व समय पर इन लोंस की रीपेमेंट, क्रेडिट विंटेज और स्कोर तैयार करेगा और उपभोक्ता को बड़ी जरूरतों और बड़ी लोन अमाउंट का कर्ज लेने के काबिल बनाएगा। क्रेडिट स्कोर होने से उन्हें बड़े बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लोन लेने में मदद मिलेगी। आपके क्रेडिट स्कोर की गणना आपके पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट के उपयोग, क्रेडिट एज, क्रेडिट टाइप, टोटल क्रेडिट अकाउंट्स इत्यादि जैसे फैक्टर्स को ध्यान में रखकर की जाती है। लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको खुद से अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करने की सलाह दी जाती है। आप एक्सपीरियन वेबसाइट पर अपना क्रेडिट स्कोर फ्री में देख सकते हैं।