विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल में विधायकों के सारे सवालों के जवाब महाराज ने दिए
देहरादून। विधानसभा के द्वितीय सत्र के प्रथम दिन मंगलवार को प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने सदन में पूछे गए सभी प्रश्नों के सकारात्मक और बेबाकी से जवाब देते हुए विपक्ष को चारों खाने चित्त कर दिया। विधानसभा के द्वितीय सत्र के प्रथम दिन मंगलवार को प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने विपक्ष द्वारा उन्हें घेरने की रणनीति को फेल करते हुए सदन के अंदर पूछे गए सभी प्रश्नों के बेबाकी से जवाब देकर निरुत्तर कर दिया। विपक्ष की ओर विधायक प्रीतम सिंह ने पर्यटन मंत्री से सवाल किया कि था कि वर्ष 2022 में चारधाम यात्रा में अब तक कितने तीर्थ यात्री दर्शन हेतु आए हैं और अब तक कितने तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हुई है। उक्त प्रश्न का सटीक उत्तर देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सदन को बताया कि कपाट खुलने की तिथि से 10 जून 2022 तक चारों धामों में 19,19,923 तीर्थयात्री दर्शनों हेतु आए हैं और व्यवस्थाओं के अभाव में किसी भी यात्री की मृत्यु नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि जिन भी यात्रियों की मृत्यु हुई है उनमें अधिकतर यात्रियों की मृत्यु हृदय गति रुकने के कारण हुई है। इसके अतिरिक्त सड़क दुर्घटनाओं के कारण भी मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है ताकि धामों की धारक क्षमता के अनुरूप यात्री धामों में पहुंच सके। इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा हेतु मोबाइल ऐप द्वारा भी पंजीकरण की व्यवस्था की गई है यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार एक टोल फ्री कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा है जिसमें यात्रा के संबंध में विविध जानकारियां दी जाती हैं। पर्यटन मंत्री ने सदन को बताया कि आई.पी.ई. ग्लोबल कंसल्टेंसी के माध्यम से उत्तराखंड पर्यटन विकास हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। 13 डिस्ट्रिक्ट 13 नवीन थीम बेस्ट डेस्टिनेशन के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु प्रमुख योजनाएं संचालित की जा रही है।
सदन में जब विपक्ष ने जब पर्यटन मंत्री से सवाल किया कि प्रदेश में होम स्टे की क्या नीति है तो उन्होंने सदन को अवगत कराया कि राज्य में पर्यटन विभाग द्वारा होम स्टे हेतु अतिथि उत्तराखंड गृह आवास (होम स्टे) पंजीकरण नियमावली, 2015 और दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास(होम स्टे) विकास योजना, 2018, दो प्रकार की नीति संचालित की जा रही है।