देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में उदयपुर हत्याकाण्ड पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि उदयपुर की आतंकी घटना और उसके बाद के घटनाक्रम ने सिद्ध कर दिया है कि, ‘‘एक ओर भाजपा न केवल देश में आतंक का माहौल बना कर मतों के धु्रवीकरण की राजनीति कर रही है।’’ दूसरी ओर कुछ मीडिया समूहों के सहयोग से झूठी खबरें परोस कर अपने प्रवक्ताओं, वरिष्ठ नेताओं से बयान दिलवाकर सुनियोजित तरीके से विपक्ष के नेताओं की छवि खराब करने का सुनियोजित षड़यंत्र कर रही है।
उत्तराखंण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि,‘‘ भाजपा की वोटों के धु्रवीकरण की ये राजनीति देश और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली है। आज भले ही ध्रुवीकरण की सस्ती राजनीति से उसे चुनावी लाभ मिल रहा हो लेकिन, लंबे समय में यह देश की एकता, विकास, खुशहाली और स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।’’ उन्होंने कहा किउत्तराखण्ड में भी पिछली भाजपा सरकार के दौरान ऐसी अनेकों घटनाओं को साम्प्रदायिक रंग देकर, झूठ और अर्धसत्यों को परोस कर भाजपा ने वोटों के धु्रवीकरण की राजनीति कर सरकार बनायी है। वर्तमान सरकार भी राज्य की बेहतरी और खुुशहाली के प्रयास करने के बजाय अपना समय और राज्य के संशाधन इसी एंजेडे को आगे बड़ाने में समाप्त कर रही है।
करण माहरा ने कहा कि, अब दुनिया जान चुकी है कि उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की निर्दयतापूर्ण हत्या को निर्ममतापूर्वक अंजाम देने वाले हत्यारों में से एक रियाज अख्तरी की न केवल भाजपा नेताओं से नजदीकी थी बल्कि, वह भाजपा पार्टी के सक्रिय सदस्य के रुप में अक्सर पार्टी कार्यक्रमों में भाग लेता था। इसीलिए पूर्व मंत्री गुलाब चन्द्र कटारिया जैसे भाजपा के वरिष्ठ नेता उसे अपने नजदीक आने देते थे। संभवतया भाजपा नेताओं के साथ की इसी नजदीकी ने इन हत्यारों को निर्मम हत्या कर उसका वीडियों भी सोशल मीडिया पर डालने का साहस दिया हो। उन्होंने कहा कि , भाजपा भले ही अपने आई0टी0 सेल के माध्यम से हत्यारे रियाज अख्तरी से अपने संबधों को झुठलाने की कोशिस कर रही हो लेकिन भाजपा नेता इरशाद चैनवाला की 30 नंवबर 2018 की फेस बुक पोस्ट , भाजपा नेता मौहम्मद लारी की 3 फरवरी 2019 के बाद की कई पोस्टों में रियाज अख्तरी की भाजपा के पार्टी कार्यक्रमों में सक्रियता को दिखाती फोटो और वीडियो स्वयं ही इस बात के गवाह हैं कि, आतंकी रियाज अख्तरी भाजपा की नफरती राजनीतिक फैक्टरी से निकला एक कार्यकर्ता था जिनका मकसद देश में चुनावी राज्यों में किसी भी हद तक जाकर मतों का धु्रवीकरण कर सरकारों को बनाने से अधिक कुछ भी नहीं होता है।