देहरादून। देहरादून स्थित प्रमुख पुस्तक चर्चा समुदाय बुकनर्डस ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले, रविवार को अपने वार्षिक महिला लेखकों का हैंगआउट आयोजित किया। आयोजन के माध्यम से, बुकनड्र्स ने साहित्यिक परिदृश्य में महिलाओं के साथ जश्न मनाया और महिला लेखकों और प्रकाशकों को देश भर की समकालीन महिला लेखकों को एक साथ आने, पढ़ने, चर्चा करने और जश्न मनाने के लिए एक मंच प्रदान किया जिसमे बूकनेर्डस के चैरपेर्सन नेहा राज भटनागर और रोहन राज भटनागर कार्यक्रम करवाने का श्रेय लिया।
लेखकों का एक विविध पैनल जिसमें डॉ शिवानी खेतान, आई एम ए सेल्फ हीलिंग डेली जर्नल की लेखिका, पूजा पोद्दार मारवाह, पस्र्यूट – ड्रॉन बाय डेस्टिनी की लेखिका, वेणु अग्रहारी ढींगरा, पॉवर वूमेन, इंडियाज पॉलिटिकल विनर्स की लेखिका और हर स्टोरीज की लेखिका दीप्ति प्रिय मेहरोत्रा शामिल थीं। कैफ़े लाटा , देहरादून में सत्र के आयोजन स्थल भागीदार के रूप में एक उत्साही लाइव दर्शकों के साथ एकत्र हुईं। बुकनर्डस के सह-संस्थापक रोहन राज ने माणिक कौर, सर्टिफाइड लाइफ कोच और इन्फ्लुएंसर, के साथ सत्र को मॉडरेट करने के लिए एमसी के रूप में काम किया। पैनल ने पुरुष-प्रधान उद्योग में एक महिला लेखक होने का क्या मतलब है, वर्तमान साहित्यिक परिदृश्य में एक पुस्तक प्रकाशित होने की चुनौतियाँ, पिछले संस्करणों से क्लिप के रूप में पाठकों और भारत में महिला लेखकों की स्थिति तक पहुँचना आदि विशयों पर चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत वेलनेस पार्टनर जिविसा द्वारा वेलकम ड्रिंक्स के साथ लेखकों और मॉडरेटर के परिचय और अभिनंदन के साथ हुई, जिसने अपनी आठवीं वर्षगांठ मनाई।