उत्तराखंड

डॉ. अनुराधा मल्ला बनी फिक्की फ्लो उत्तराखंड चैप्टर की नई अध्यक्ष

देहरादून। फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) के उत्तराखंड चैप्टर ने आज ओलंपस हाई में आयोजित उद्घाटन समारोह में वर्ष 2023-24 के लिए अपनी नई चेयरपर्सन डॉ अनुराधा मल्ला की नियुक्ति की घोषणा करी। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में प्रसिद्ध टीवी और हॉलीवुड अभिनेत्री किरन दुबे उपस्थित रहीं। डॉ. अनुराधा मल्ला एक शिक्षिका हैं और देहरादून में स्तिथ ओलंपस हाई स्कूल की संस्थापक हैं। उन्हें 20 से अधिक वर्षों का शिक्षण और प्रशासनिक अनुभव है और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में उन्हें पैनलिस्ट और वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। डॉ मल्ला एक सक्रिय लेखक भी हैं और उन्होंने स्टॉपिंग बाय द वुड्स नामक एक हर्बल ब्रांड की स्थापना भी की है। शिक्षा और समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कारों और सम्मानों से भी नवाजा गया है। डॉ. मल्ला शिक्षा के अलावा लघु कथाएँ और फिल्म पटकथा लेखन के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत विशिष्ट अतिथि किरन दुबे, चेयरपर्सन डॉ. अनुराधा मल्ला, सीनियर वाइस चेयरपर्सन चारू चैहान और पूर्व अध्यक्ष किरन भट्ट टोडरिया द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी हुई, जिसमें पूर्व अध्यक्ष डॉ. नेहा शर्मा ने नई अध्यक्ष डॉ. अनुराधा मल्ला को मंच पर आमंत्रित किया। सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. मल्ला ने कहा, ष्फ्लो के 40वें वर्ष में मुझे इस प्रतिष्ठित संगठन की अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने की बेहद खुशी है। मैं महिलाओं को सशक्त बनाने और इस संगठन की विरासत को आगे बढ़ाने के काम को पूरा करने के लिए आशावादी महसूस करती हूँ। समर्पित महिलाओं की इस अद्भुत टीम के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्यशाली है, और मैं सभी महिलाओं को उनके जीवन को सशक्त बनाने के लिए अवसर, कौशल और शिक्षा प्रदान करने की कल्पना करती हूं। आगे बोलते हुए, उन्होंने कहा, ष्मेरा उद्देश्य महिला उद्यमियों को स्थिर बाजारों और सरकारी नीतियों की पहुँच प्रदान करके उन्हें सफल होने में मदद करने के लिए शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है।
इस वर्ष की थीम पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. मल्ला ने कहा, ष्मेरी इस वर्ष की थीम आलेख्या है, जो कला, संस्कृति, सेवा और आतिथ्य, खाद्य, वाणिज्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में महिलाओं के असाधारण और अपूर्व कौशल को दर्शाती है। हम उत्तराखंड में सामाजिक प्रभाव बनाने का लक्ष्य रखते हुए कमजोर सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाली लड़कियों और महिलाओं को वित्तीय सहायता, कौशल-विकास और डिजिटल साक्षरता प्रदान करने का उद्देश्य रखते हैं। इस अवसर किरण दुबे ने फिकी फ्लो के आमंत्रण के लिए अपना आभार व्यक्त किया और अपनी शक्ति, कमजोरियों, विनम्रता और मदद की तलाश पर अपने विचारों को साझा किया। उन्होंने यह भी जोर दिया कि एक मजबूत इंसान हमेशा से मजबूत नहीं होता, और एक इंसान को अपनी कमजोरियों और विनम्रता के कुछ पलों को स्वीकार करना ठीक है। किरण ने महिलाओं को सलाह दी कि जब आवश्यकता हो, तो मदद मांगने में शर्मिंदा नहीं होना चाहिए, क्योंकि सहारे के लिए हाथ बढ़ाना शक्ति और साहस की बात होती है।

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