देहरादून। देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। सबसे पहले देश की आजादी तथा देश व देश की सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों, स्वतंत्रा सेनानियों को नमन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्पूर्ण देश में जहाँ आयुष्मान भारत योजना के तहत हर गरीब को अमृत देने का कार्य कर रही है वहीं उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है जहाँ हर परिवार के लिए अटल आयुष्मान योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा लागू की गई। विगत लगभग चार वर्षों में उत्तराखंड में अटल आयुष्मान योजना यहाँ की जानता के लिए संजीवनी का कार्य किया है। अब तक उत्तराखंड में 47 लाख 82 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
अगर बात लाभार्थियों की करें तो, 05 लाख 38 हजार से अधिक बार लाभार्थी मुफ्त उपचार ले चुके हैं। जिसपर सरकार लगभग 9 अरब 17 करोड़ खर्च कर चुकी है। योजना के अंतर्गत नेशनल पोटेबिलिटी के तहत प्रदेश से बाहर लगभग 30,000 से अधिक लोगों ने आयुष्मान सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ्त उपचा पाया है। अगर बात बडी बीमारियों की करें तो योजना के अंतर्गत लगभग 32000 से अधिक बार लोगों ने कैंसर से मुफ्त उपचार पाया है, वहीं न्यूरो में 5000 से अधिक बार लोगों ने, डायलिसिस में 154000 से अधिक बार लोगों ने, कार्डियोलॉजी में 12000 से अधिक बार लोगों ने, बर्न मैनेजमेंट में 594 से अधिक बार लोगों ने, कोविड-19 ब्लैक फंगस में 2986 लोगों ने मुफ्त उपचार पाया है। अमृत महोत्सव में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित आयुष्मान योजना में आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान शुरू किया गया है, अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड की रफ्तार काफी तेज हुई है, इसी रफ्तार से चलने पर प्रदेश में आयुष्मान कार्ड का आंकड़ा जल्द ही 50 लाख को छू लेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने सबको आजादी के अमृत महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच का प्रतिफल आज हम सबके सामने दिख रहा है। उन्होंने कहा है कि किस प्रकार से आज पूरे देश में गरीब लोगों को 5 लाख प्रतिवर्ष प्रति परिवार का मुफ्त उपचार मिल रहा है। और उत्तराखंड में हमारी सरकार ने हर व्यक्ति के लिए इसे लागू किया है, हर व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बने उसके लिए अमृत महोत्सव में विशेष अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक को मुफ्त उपचार सुविधा दिलाने के लिए हमारी सरकार निरंतर आयुष्मान योजना की समय-समय पर समीक्षा भी करती रहती है।